फरीदाबाद में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। एक मां ने अंधविश्वास में आकर अपनी ममता को खुद अपने हाथों से मार डाला। तांत्रिक ने कहा “बच्चा ‘जिन्न’ से पैदा हुआ है, परिवार को खत्म कर देगा। मां ने बेटे को नहर में फेंक दिया… मासूम की सांसें वहीं रुक गईं।
यह कैसी मां?
हरियाणा के फरीदाबाद में सैनिक कॉलोनी निवासी मेघा नाम की महिला कई महीनों से एक महिला तांत्रिक के संपर्क में थी। तांत्रिक मीता भाटिया ने उसे यकीन दिला दिया कि उसका बेटा शैतानी ताक़तों से जन्मा है जो ‘जिन्न का बच्चा’ है और एक दिन पूरा परिवार तबाह कर देगा। तांत्रिक की बातों में आकर मां ने वो किया, जो सोचकर भी रूह कांप जाए। रविवार की शाम, जब लोग अपने घरों में थे… तो मेघा अपने दो साल के मासूम को लेकर आगरा नहर के पास पहुंच गई। किसी भी बच्चे के लिए दुनियां की सबसे महफूज जगह उसकी मां की गोद होती है। लेकिन इस मासूम की किस्मत इतनी अच्छी नहीं थी उसे जिस मां ने जन्म दिया था उसी ने उसे नहर में फैंक दिया। बिना चीख मारे मासूम मौत के आगोश में चला गया।
शव बरामद, मां और तांत्रिक गिरफ्तर
स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गोताखोरों की मदद से बच्चे का शव नहर से निकाला गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को पिता के हवाले कर दिया गया पुलिस ने आरोपी मां मेघा और तांत्रिक मीता भाटिया को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
निष्कर्ष: आज न जाने कितने मां-बाप बेऔलाद हैं जो दिन-रात मन्नतें मांगते हैं कि एक बार “मां” या “बाप” कहलाने का सुख मिल जाए। मेघा को यह सौभाग्य मिला लेकिन क्या इसे पागलपन कहेंगे या कुछ और की एक मां किसी के बहकावे में आकर अपने ही फूल से बच्चे को नहर में फैंक दे? मां बनना सिर्फ जन्म देने से नहीं होता ममता समझ से, प्यार से, त्याग से साबित होती है। जिसने अपने बेटे की सांसें छीन लीं।
ऐसी औरत के लिए आपके क्या विचार है कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।






